rashtrya ujala

Thursday, December 3, 2009

साड़ी एक और सात महिलाएं

नई दिल्ली. झारखंड के एक गांव में गरीबी की इतनी अति हो चुकी है कि सात महिलाएं एक साड़ी से अपना तन ढकने को विवश हैं। यह बेहद त्नासद और चौकने वाली सूचना राज्यसभा सदस्य कांग्रेस के के। केशव राव ने एक चर्चा के दौरान दी। राव देश की आंतरिक सुरक्षा संबंधी विषय पर नक्सल प्रभावित राज्यों में गरीबी और उसके कारणों पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड में एक गांव के दौरे के दौरान वह यह देखकर दंग रह गये कि वहां सात महिलाओं के पास कुल एक साड़ी है। गरीबी और बदहाली की ये हालत है कि तन ढकने को इनके पास मात्न एक साड़ी है।

4 comments:

महेन्द्र मिश्र said...

बहुत ही दुखद है एनजीओ और सरकारी समाजसेवी सस्थाए क्या आँखों में पट्टी बांध कर बैठे है ...

गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...

raaw jii unakii koi wyawasthaa kar ke aaye thek,ki sirph charchaa ke liye chrchaa kii thii.

vandana gupta said...

aaj se kam se kam 27-28 saal pahle bhi yahi halat the aur aaj bhi yahi halat hain kyunki tab mere father bataya karte the ki kuch ilakon mein ye haal hai aur aaj bhi sunkar lagta hai ki kya yahi tarakki ki hai mere bharat ne aur phir hum kaise kah sakte hain-----------MERA DESH MAHAAN?

ab inconvinienti said...

लालू और कोड़ा जैसे राज करेंगे तो यही होगा.