वजन घटाने के लिए पारंपरिक आहार लेने से यदि आप खाद्यप्रदार्थ की मात्रा कम लें तो आप का शरीर संतुलन रखने के लिए आप की कैलोरी को जलाने की क्षमता धीमी कर देता है। इस के परिणामस्वरूप आप की उपापचय दर भी 25 प्रतिशत तक कम हो जाती है और आप कैलोरी धीमी गति से खर्च करते हैं अत: आप कम कैलोरी वाला आहार लें तो भी आप का वजन घट नही पाता ।
वजन घटाने के पारंपरिक तरीके के अंतर्गत आप कैलोरी गिनते है और इस बात का भी घ्यान रखते है कि आप क्या क्या खा रहे है अंतत: आप इस सारी परेशानी से ऊब जाते है भूखा रहना,बेस्वाद भोजन खाना और अनेक खाद्य प्रदार्थो से वंचित रहना आप को खलने लगता है आप सारी डाइटिंग वाइटिंग भूल कर फिर वजन बढा लेते है।
चिकनाई रहित भोजन
इस के लिए सही तरीका यह है कि भोजन की मात्रा नही बल्कि उस के प्रकार पर घ्यान दिया जाए बस वह भोजन लीजिए जिस मे चिकनाई कम हो जटिल कार्बोहाइडे्रट की मात्रा अधिक हो और अधिकाधिक रेशों का समावेश हो ऎसे भोजन से बचिए,जिस मे वसा और कोलेस्टरोल की मात्रा अधिक है और जो पूरी तरह कार्बोहाइडे्रट और रेशों से रहित है सही पोष्टिक आहार (रेशे व कार्बोहाइडे्रट युक्त) के कम वसायुक्त होने के कारण बहुत सारी कैलोरी खाने के पहले ही आप का पेट भर जाता है और फिर भी आप का वजन आसानी से कम हो सकता है।
कुछ समय पूर्व गायक अदनान सामी ऊंचे सुरो वाले गीत गाने के बाद जब मंच से उतरते थे तो उन की सांस फूलने लगती थी वह काफी मोटे थे और शायद इस भय से कि कहीं दिल के दौरे का शिकार न हो जाएं वह दीवार से टेक लगा कर खडे हो जाते थे वह बताते है,बस मै ने वसा मे कटौती कर दी और जी भर के फल और सब्जियां खाने लगा,साथ ही एक्सरसाइज को भी समय दिया। कुछ महीनों में उन्होने अपना वजन 80 किलोग्राम से भी ज्यादा कम कर लिया।
आहार संबंधी कुछ बातें
यह बात बिलकुल संभव है कि जम कर खाना खाया जाए,उस का आनन्द लिया और याथ ही वजन भी कम होता रहे बस आप को कुछ बातें जानना जरूरी है।
आप का पेट जब तक पूरी तरह न बर जाए आप इन मे से कुछ भी खा सकते है। फलियां (सेम, मटर, काली सोयाबीन)फल (जामुन, संतरे, खुबानी, खरबूजा, केले तथा नाशपाती) अनाज भुट्टा, चावल, जई, गेहूं, बाजरा, जौ तथा मोठ) सब्जियां (पत्तागोभी, फूलगोभी, गाजर, सलाद के पत्ते, प्याज, शकरकंद, पालक, मशरूम, बैगन, अजवाइन के पत्ते, मेथी, चौलाई तथा टमाटर)
जटिल कार्बोहाईडे्रट पहचानना भी जरूरी है अधिकतर लोग समझते है कि डबल रोटी और आलू खाने से शरीर मोटा होता है किन्तु वास्तव में वजन उन चीजो से बढता है जो हम उन के साथ शामिल कर लेते है एक भुने हुए आलु में न तो कोलेस्टरोल होता है न ही वसा किन्तु उस पर मक्खन लगा कर या उन्हे तल कर ही आप ने एक आदर्श आहार को वर्जित बना डाला अत: वसा युक्त चीजो का इस्तेमाल करने के बजाय विभिन्न मसालो से अपने खाने का जायका बढाने का प्रयास कीजिए।
संतुलित आहार
जटिल कार्बोहाईडे्रट्स में कैलोरी की मात्रा कम होती है रेशा अधिक होता है और ये भारी भी होते है अत: कम खाने से भी आप का पेट भर जाता है इस के विपरीत साधारण कार्बोहाईडे्रट अर्थात शक्कर, अल्कोहल, शहद, शीरा आदि से पेट नही भरता उन में न तो रेशा होता है और न ही वे भारी होते है।
वसा की मात्रा घ्यान में रखते हुए संतुलित आहार लीजिए कम वसा वाले अथवा वसारहित पदार्थ खाने पर जोर दीजिए वसारहित दही अथवा पनीर ,बिना चिकनाई वाले बिस्कुट आदि तेल का इस्तेमाल कम करे। वसायुक्त आहार खाने के बाद जमा की गई कैलोरी को बाद में खर्च करना अधिक दुष्कर है बेहतर है कि अधिक मात्रा में कैलोरियां उदरस्थ ही न की जाएं प्रतिदिन सामान्य गति से 20 से 60 मिनट तक चलना ही पर्याप्त है।
सामान्य से अधिक वजन होना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि आप ने कितनी वसा ली प्राय: मांसाहारी भोजन और तेलों के द्दारा आप के शरीर में पहुंचती है। किन्तु यदि आप इन दिशानिर्देशा पर चलेंगे तो आप सचमुच वजन घटा रख सकते है और आप की कमर के घेरे मे कमी आप के जीवन में कुछ वर्ष अवश्य जोड देती है।
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