rashtrya ujala

Thursday, December 31, 2009

महिला के हाथ होगी गांव की सरकार

अगली जिला प्रमुख ओबीसी वर्ग की महिला होगी। इससे पहले एक बार महिला जिला प्रमुख रह चुकी हैं। जयपुर में निकाली गई लॉटरी में अलवर जिला प्रमुख का पद अन्य पिछड़ावर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है। जिला प्रमुख का पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने से जिलापरिषद का चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे सामान्य वर्ग के कई दिग्गजों को झटका लगा है। वहीं एससी व एसटी वर्ग के कई नेताओं में मायूसी छा गई है। दूसरी ओर ओबीसी वर्ग के कुछ पूर्व विधायक व ग्रामीण जनप्रतिनधि रह चुके नेता अपने परिवार की महिलाओं के लिए जिला परिषद सदस्य की दावेदारी जताने की रणनीति बनाने लगे हैं। जिला परिषद के करीब ढाई दर्जन वार्डों में ओबीसी वर्ग की महिलाएं चुनाव लड़ सकती हैं। इनमें सामान्य, सामान्य महिला, ओबीसी व ओबीसी महिला के लिए आरक्षित वार्ड शामिल हैं। इससे पूर्व डॉ. किरण यादव अलवर की जिला प्रमुख रह चुकी है। वर्तमान में अलवर नगरपरिषद की सभापति, भिवाड़ी नगरपालिकाध्यक्ष पद पर भी महिला काबिज हैं। जिला परिषद में 24 महिला सदस्य चुनी जाएंगी। हालांकि शबाना खान व रुक्मणी देवी भी कार्यकारी जिलाप्रमुख रह चुकी है। उल्लेखनीय है कि महिलाएं सामान्य वार्डों व किसी वर्ग विशेष के लिए आरक्षित वार्ड में उस वर्ग की महिला भी चुनाव लड़ सकती हैं, ऐसी स्थिति में निर्वाचित होने वाली महिलाओं की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक भी हो सकती है।

1 comment:

संगीता पुरी said...

जिसके हाथ भी सरकार हो .. गांव बदले तो बात बने .. आपके और आपके परिवार के लिए नववर्ष मंगलमय हो !!