rashtrya ujala

Thursday, October 23, 2008

नग्न तस्वीरें दिखाने वाले स्कैनर लगेंगे!

एक्स-रे से ली गई तस्वीर
यह मशीन किसी व्यक्ति की तीन कोणों से तस्वीर लेगी जिसमें कोई भी बिना कपड़ों के देखा जा सकता ह
आने वाले समय में यूरोप के हवाई अड्डों पर सुरक्षा जाँच के लिए केवल लाइन लगाने, जेब की तलाशी देने और जूते उतारने से ही काम नहीं चलेगा.:अब वहाँ कंप्यूटर एक्स-रे के माध्यम से यात्रियों की ऐसी तस्वीर ली जाएगी जिससे उसे बिना कपड़ों के भी देखा जा सकेगा.इसका प्रस्ताव यूरोपीय आयोग ने दिया है.यह प्रस्ताव अभी प्रारंभिक अवस्था में है और जैसा कि प्रस्ताव है यह जाँच सबके लिए ज़रूरी नहीं होगी.इन सबके बावजूद यूरोप की कुछ संसदों में इससे होने वाले मानवाधिकार उल्लंघन और और व्यक्तिगत मर्यादा पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जताई गई है.

विरोध:-इस स्कैनर के माध्यम से जो तस्वीरें ली जाएँगी वे आम तस्वीरों जैसी नहीं होंगी क्योंकि इसमें किसी भी व्यक्ति को कपड़े उतारे बिना भी पूरी तरह से नग्न देखा जा सकेगा.अधिकांश लोगों का मानना है कि हवाई अड्डे के सुरक्षा कर्मचारी जितना आपको जानते हैं अब उससे अधिक जान जाएँगे.आयरलैंड के सिन फ़िन एमईपी बेयर ब्री डी बर्न के मुताबिक यह प्रणाली अनावश्यक, दोषपूर्ण, और आक्रामक है.उन्होंने कहा, "आयोग इस योजना को मौलिक अधिकारों, स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन किए बिना लेकर आ रहा है. यह एक आधी-अधूरी योजना है."


तकनीक का व्यापक प्रयोग केवल सुरक्षा बढ़ाना ही नहीं है बल्कि इसमें जाँच की प्रक्रिया को तेज़ करने की क्षमता भी है. एक यात्री के रूप में आपको सुरक्षा अधिकारियों से जाँच करने की ज़रूरत नहीं है
प्रवक्ता यूरोपीय आयोग

वहीं यूरोपीय आयोग का कहना है कि यह मशीन पहले से ही कुछ हवाई अड्डों पर सीमित क्षमता के साथ प्रयोग की जा रही है.लेकिन आयोग का कहना है कि वह यह सुनिश्चित करेगा कि स्कैनर नुक़सानदेह नहीं है।

समर्थन:-जहाँ यह तकनीक उपलब्ध है. वहाँ हवाई सुरक्षा अधिकारी किसी भी व्यक्ति को बूथ पर ले जाकर उसकी विभिन्न कोणों से तीन तस्वीरें ले सकते हैं.कुछ ही छण में एक्स-रे स्कैनर उस व्यक्ति के शरीर की एक तस्वीर बना देगा.यह उस व्यक्ति की नग्न तस्वीर होगी और अगर उनसे सिक्के, बंदूक या दवाओं जैसी कोई चीज छुपा रखी है तो वह दिख जाएगी.यूरोपीय आयोग के एक प्रवक्ता ने बीबीसी से कहा कि तकनीक का व्यापक प्रयोग केवल सुरक्षा बढ़ाना ही नहीं है बल्कि इसमें जाँच की प्रक्रिया को तेज़ करने की क्षमता भी है.एक यात्री के रूप में आपको सुरक्षा अधिकारियों से जाँच करवाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.