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Saturday, September 13, 2008

सीरियल धमाकों से दहली दिल्ली, 25 लोग की मौत


सीरियल बम धमाकों से थर्राई दिल्ली
17 मिनट, 5 धमाके
नई दिल्ली, 13 सितम्बर । दिल्ली में शाम 6 बजे 17 मिनट के अंदर एकाएक 5 धमाके हुए। इसमें कनॉट प्लेस इलाके में 2, करोलबाग के गफ्फार मार्केट में एक और ग्रेटर कैलाश के एम ब्लॉक मार्केट में 2 ब्लास्ट हुए। धमाके में 25 लोगों की मौत हो गई है जबकि घायलों की तादाद 130 है।
पहला धमाका करोलबाग के गफ्फार मार्केट में एक ऑटोरिक्शा में हुआ जहां लगभग 130 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीक के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।गफ्फार मार्केट के भीड़-भाड़ वाले इलाके में जब विस्फोट हुआ तो वहां अफरा-तफरी फैल गई। कई दमकल वाहन उस इलाके में पहुंचे लेकिन संकरी गलियों से इन वाहनों और एंबुलेंस का उस क्षेत्र में दाखिल होने में काफ़ी दिक्कत पेश आई। उस धमाके में कई लोग हताहत हुए, क्योंकि शनिवार की शाम वहां काफी गहमागहमी थी।
कनॉट प्लेस में अलग-अलग जगहों पर दो धमाके हुए बाराखंबा रोड पर स्थित गोपाल दास बिल्डिंग में एक धमाका हुआ तो दूसरा 10 मिनट बाद कनॉट प्लेस स्थित मेट्रो स्टेशन के पास सेंट्रल पार्क में हुआ। यहां पर हुए घायलों को नजदीक के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पहुंचाया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक बाराखंभा रोड पर गोपालदास इमारत के पास धमाके की आवाज सुनाई दी और फिर मैने एक कूड़ेदान के पास से धुआं उठता देखा। मैंने एक महिला को गिरते हुए भी देखा। एक ऑटो में कुछ घायलों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन देखते ही देखते ऑटो का फ़र्श ख़ून से भर गया। कई लोगों को पुलिस वाहनों ने अस्पताल पहुंचाया।पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। जबकि दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट 1 के एम ब्लॉक मार्केट में अलग-अलग जगहों पर दो धमाके हुए। दोनों धमाके मार्केट के दोनों अलग-अलग छोरों पर हुआ। इसके अलावा पुलिस ने दो जिंदा बम बरामद किया है एक चिल्ड्रेंस पार्क से और दूसरा कनॉट प्लेस के रीगल सिनेमा के पास एक कूड़ेदान से। दोनों बमों को बम निरोधक दस्ता द्वारा निष्यि कर दिया गया है। गौरतलब है कि सभी धमाके दिल्ली के व्यस्तम बाजारों में हुआ है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने इन धमाकों की कड़ी निंदा की है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।वहीं दिल्ली के वाइंट कमिश्नर करनैल सिंह का कहना है कि इन ब्लास्ट में आरडीएक्स का इस्तेमाल नहीं किया गया है। धमाके से पांच मिनट पहले इंडियन मुजाहिदीन की तरफ से एक ई-मेल भेजा गया है जिसमें लिखा गया है कि हमारा वादा पूरा हो गया है। सबसे पहला धमाका दिल्ली के गफ्फार मार्केट में हुआ। गौरतलब है कि गफ्फार मार्केट मोबाइल फोन के खरीद-फरोख्त के लिए एक बड़ा बाजार है।धमाके को देखते हुए भीड़-भाड़ वाले इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और धार्मिक स्थलों पर आने-जाने वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। कनॉट प्लेस से दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं एक बच्चा का कहना है कि उसने कूड़ेदान में बम रखते हुए आतंकियों को देखा है और उसे दोबारा देखने से उसे पहचान लेगा। बच्चा का कहना है कि बम रखने वाला आतंकी ऑटोरिक्शा से आया था और कूड़ेदान में काले पॉलीथीन में बम रखकर निकल गया। वो काले रंग के कपड़े पहने हुए थे।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, गृहमंत्री शिवराज पाटिल और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अस्पतालों में जाकर घायलों का हाल-चाल पूछा। दिल्ली सरकार ने मृतकाें के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने का भी ऐलान किया है। उधर, देर रात दिल्ली के तमाम इलाकों में सेना की विशेष मशीनों की सहायता से बमों को ढूंढ़ने का काम जारी रहा। दिल्ली से लगी सभी सीमाओं पर भारी चौकसी बरती जा रही है और सघन चैकिंग अभियान जारी है।
इंडिया गेट और मेट्रो भी थे निशाने पर
सीरियल बम धमाकों से थर्राई दिल्ली में कई और धमाकों की साजिश आतंकवादियों ने रची थी। उनका इरादा इस हमले को कई गुना बड़ा बनाने का था। यह साजिश कितनी भयावह थी, इसका अंदाजा इस बात से होता है कि आतंकवादियों ने इंडिया गेट के पास भी विस्फोट करना चाहते थे। इतना ही नहीं आतंकियों के निशाने पर दिल्ली की मेट्रो रेल सेवा भी थी। पुलिस ने समय रहते इस बम का पता लगा लिया और उसे निष्यि कर दिया। इतना ही नहीं कनॉट प्लेस के रीगल प्लाज़ा की इमारत में दो बम और सेंट्रल पार्क तथा पालिका बाजार में एक-एक बम पाए जाने की भी खबर है। इन बमों को समय रहते निष्यि कर दिया गया।
मैंने देखा था आतंकवादी"मैंने आतंकवादी को बम रखते हुए देखा है। वह काले रंग का कुर्ता-पायजामा पहने हुए थे और वह एक काली पॉलिथिन में बम एक कूड़ेदान में रखकर चला गया। मैं वहां गुब्बारा बेचता हूं।" यह बयान है राजधानी दिल्ली में हुए सनसनीखेज सीरियल ब्लास्ट के बाद कनॉट प्लेस इलाके की बाराखंभा रोड पर गुब्बारा बेचने वाला 12 साल के राहुल का। राहुल इन धमाकों का एक बेहद अहम चश्मदीद हो सकता है। दिल्ली पुलिस राहुल से पूछताछ कर रही है। राहुल के मुताबिक उसने बाराखंभा रोड पर बम धमाके से करीब 10 मिनट पहले एक मूंछ और बड़ी दाढ़ी वाले आदमी को एक काली पॉलिथिन में कोई चीज रखते हुए देखा था। राहुल के मुताबिक वह ऑटो से आया था और काली पॉलिथिन में सामान रखने के बाद फौरन चला गया। पुलिस राहुल के बयान को अहम मान रही है। राहुल से पूछताछ जारी है।
देश के प्रमुख विस्फोटों का घटनाक्रम
राजधानी दिल्ली के अलावा देश के अन्य स्थानों पर पिछले 15 वर्षों के दौरान हुए बम धमाकों की प्रमुख घटनाओं का वर्षक्रमानुसार ब्यौरा इस प्रकार है! मार्च 1993 -मुम्बई में हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों में 257 लोगों की मृत्यु एक हजार से ज्यादा घायल!
1.एक अक्टूबर 2001- आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर राज्य विधानसभा परिसर में बम विस्फोट कर 35 लोगों की हत्या की!
2.अगस्त 2003- मुम्बई में दो टैक्सियों में रखे बमों में विस्फोट ः 52 मरे ् 100 से ज्यादा घायल!
3.मार्च 2006- वाराणसी के संकटमोचन मंदिर और छावनी रेलवे स्टेशन पर सिलसिलेवार बम धमाकों में 20 लोगों की मृत्यु!
4.जुलाई 2006- मुम्बई की लोकल ट्रेनों में हुए सात बम विस्फोटों में 200 लोग मारे - 700 से ज्यादा घायल!
5.सितम्बर 2006- महाराष्ट्र के मालेगांव में एक मस्जिद के पास बम धमाका ः 30 लोग मरे ् 100 जख्मी!
6.फरवरी 2007- भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली ट्रेन में दो बम धमाकों में 66 यात्रियों की मृत्यु!
7.मई 2007- हैदराबाद में मक्का मस्जिद में हुए विस्फोट में 11 मरे!
8.अक्टूबर 2007- अजमेर शरीफ दरगाह में हुए बम धमाके में दो मरे!
9.मई 2008- जयपुर में 12 मिनट के अंदर हुए आठ बम विस्फोटों में 65 लोगों की मृत्यु ् 150 घायल!
10.जुलाई 2008- बेंगलूर में नौ बम धमाकों में दो लोग मरे ् 12 घायल!

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