rashtrya ujala

Wednesday, September 24, 2008

प्यार की ऐसी सजा, न देखी न सुनी

सऊदी अरब के कातिफ में रहने वाली इस किशोरी को एक सामान्य लड़की की तरह ही जाना जा सकता है। पर हकीकत इससे कही अलग है। इस किशोरी के साथ सात लोगों ने दुष्कर्म किया। इतना ही नही, उसे पुलिस और न्यायिक अधिकारियों ने भी यातनाएं दी। सऊदी के न्याय मंत्रालय का कहना है कि यह लड़की एक कालगर्ल है। लोगों से शारीरिक संबंध बनाना इसकी आदत है। यह सब ये इस देश को बदनाम करने के लिए कर रही है। इसके बारे मे तब पता चला जब यह केस अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों का हिस्सा बना। अभी भी इस लड़की को घर पर ही हिरासत मे रखा गया है। उसके परिवार पर निगरानी रखी जा रही है। उसके फोन टेप किए जा रहे है।

इस मामले में सऊदी के सबसे बड़े मानवाधिकार वकील अब्द अल रहमान अल लाहेम को निलंबित कर दिया गया है। इस लड़की की खता बस इतनी थी कि इसने अपनी आपबीती पर खामोश नही रहने का फैसला किया। जब वह पहली बार न्याय मांगने गई तब कोर्ट ने भी यह कहकर उसे 90 कोड़े लगाने का आदेश दिया कि उसने कई के साथ संबंध स्थापित किए है। मीडिया कवरेज होने का भी उसे खामियाजा भुगतना पड़ा और उसकी सजा बढ़ाकर दो सौ कोड़े व छह महीने की कैद कर दी गई। अमेरिका ने भी इस मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजकुमार साउद अल फैजल से कहा कि वे सरकार से इस अत्याचार के बारे में तहसील से जानकारी ले। मध्य पूर्व के देशों की मानवाधिकार मामलों की विशेषज्ञ फरीदा दीफ का कहना है कि सऊदी न्याय मंत्रालय तो लड़की को पीडि़त मानने को तैयार ही नही है। उन लोगों ने तो उस पर मानहानि का मुकदमा तक दायर कर रखा है। इस लड़की ने अपनी जो आपबीती सुनाई वह दिल दहला देने वाली थी। उसे फोन पर ही उसके ही हमउम्र लड़के से प्यार हो गया। वो लड़का जिसे उसने कभी देखा भी नही था। यह लड़का उसे यह कहकर धमकाता भी था कि वो उसे अपना एक फोटो दे दे नही तो इस बात को उसके घर पर बता देगा। कुछ दिन बाद लड़की की कही और शादी हो गई। लड़की ने अपने पूर्व प्रेमी से अपनी फोटो वापस करने की गुजारिश की। लड़का उसे फुसलाकर फोटो देने के बहाने लांग ड्राइव पर एक सुनसान जगह पर ले गया। जहां पर सात लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। मुसीबतें अभी भी थमीं नही थी। जब कोर्ट में मामला पहुंचा तो वहां भी लड़की को ही दोषी ठहराया गया। उसे 90 कोड़े मारने की सजा दी गई और कहा कि तुम खुशनसीब हो कि तुम्हें जेल नसीब नहीं हुई। दरअसल, अब यह मामला शिया और सुन्नी के बीच की लड़ाई बन गया है। भुक्तभोगी लड़की शिया है जबकि सातों लड़के सुन्नी। गौरतलब है कि सऊदी कानून के मुताबिक वहां किसी भी लड़की का सार्वजनिक स्थान पर अपने सगे-संबंधियों को छोड़कर किसी अन्य पुरुष के साथ घूमना मना है। कालगर्ल आदि के मामलों में पकड़े जाने पर कोड़े लगाने या मृत्युदंड तक की सजा दी सकती है। लड़की का पति भी इससे बुरी तरह डरा हुआ है। पुलिस उसकी फरियाद को अनसुना कर देती है और आरोपी उसके घर के सामने घूमकर सारे कानूनों को धता बता रहे है।

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