अंतरिम राहत मिलने में हो रही देरी से नाराज देश भर के हजारों पत्रकार और गैर पत्रकार 24 सितंबर को संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास तक महारैली निकालेंगे।कांफेडरेशन आफ न्यूज पेपर एंड न्यूज एजेंसी इंप्लाइज आर्गेनाइजेशंस के बैनर तले देश में समाचार पत्र उद्योगों से संबद्ध सभी राष्ट्रीय फेडरेशन, ट्रेड यूनियनें और स्थानीय यूनियनें इस महारैली में हिस्सा लेंगे। कांफेडरेशन के महासचिव एमएस यादव ने बताया कि कांफेडरेशन की मंगलवार को हुई आपात बैठक में सरकार द्वारा अंतरिम राहत की अधिसूचना जारी करने में की जा रही देरी पर चिंता व्यक्त की गई। साथ ही फैसला किया गया कि 24 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कांफेडरेशन के नेता श्रम मंत्री आस्कर फर्नाडिस सहित सभी प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों से मिले और विपक्षी दलों के नेताओं से भी बात की, लेकिन नतीजा सिफर रहा। यादव ने कहा कि संप्रग सरकार मालिकों के दबाव में जानबूझ कर अंतरिम राहत की अधिसूचना जारी करने में देरी कर रही है, जबकि उसे अपनी जेब से पैसा नहीं देना है। पत्रकारों और समाचार पत्र उद्योग के अन्य कर्मचारियों को वेतन भत्ते तो मालिकों को देने होते हैं।यादव ने कहा कि मंहगाई के इस दौर में जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। हाल ही में केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए छठे वेतन बोर्ड की सिफारिशों को लागू किया, लेकिन देश के लाखों पत्रकारों और गैर पत्रकारों की समस्याओं से उसने मुंह मोड़ा हुआ है। यादव ने मांग की कि अंतरिम राहत की राशि बढ़ाकर 40 प्रतिशत की जानी चाहिए। पत्रकारों और गैर पत्रकारों के लिए गठित वेतन बोर्डो ने 30 प्रतिशत अंतरिम राहत की सिफारिश कर दी है और हमेशा सरकार बोर्ड की सिफारिश के बाद राहत राशि में वृद्धि करती आई है। यादव ने कहा कि वेतन बोर्ड द्वारा अंतरिम राहत के बारे में सिफारिश किए हुए तीन महीने बीत गए हैं। 28 जून को सिफारिश की गई थी, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी अभी तक इस संबंध में अधिसूचना जारी नहीं हो सकी है।उन्होंने बताया कि सोनिया के आवास पर प्रदर्शन में दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, आंध्रप्रदेश, केरल, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और चंडीगढ़ की सभी प्रमुख अखबारी ट्रेड यूनियनें शामिल होंगी।यादव ने कहा कि हम सोनिया गांधी से मिलकर अपनी परेशानी से उन्हें अवगत कराएंगे। इससे पहले भी जब हमने कांग्रेस अध्यक्ष से गुहार लगाई थी तो उन्होंने हमारी मांगों पर ध्यान दिया था। अब जबकि सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है, हमारे पास उनके सामने यह मुद्दा उठाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सोनिया से मुलाकात का भी कोई नतीजा नहीं निकला तो पूरे देश में हड़ताल की जाएगी और हम घूम-घूम कर जनता को बताएंगे कि किस तरह संप्रग सरकार मालिकों के दबाव में देश के लाखों पत्रकारों और गैर पत्रकारों के हक को मार रही है। कांफेडरेशन में देशभर के अखबार जगत से जुड़ी पांच बड़ी फेडरेशन और ट्रेड यूनियनें शामिल हैं। कांफेडरेशन की बैठक में इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन [आईजेयू] के अध्यक्ष सुरेश अखौरी, आल इंडिया न्यूजपेपर इंप्लाइज फेडरेशन [एआईएनईएफ] के नेता के एल कपूर नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स [आई] के अध्यक्ष नंद किशोर त्रिखा, फेडरेशन आफ पीटीआई इंप्लाइज यूनियन के महासचिव एमएस यादव और यूएनआई वर्कर्स यूनियन के नेता राजेश वर्मा और एमएल जोशी शामिल हुए।
No comments:
Post a Comment