रोहतक,: अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे गेस्ट टीचरों पर पुलिस का कहर टूट पड़ा। मुख्यमंत्री का आवास घेरने पर आमादा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने पानी की बौछार की। आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज कर दिया। आरोप तो यह भी है कि पुलिस ने फायरिंग भी की, जिसमें एक महिला गेस्ट टीचर की मौत हो गई। लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है। बहरहाल पचास से अधिक गेस्ट टीचर व दो दर्जन पुलिस कर्मी घायल हैं।स्थायी करने की मांग को लेकर रविवार को हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के सदस्य रोहतक में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए छोटूराम स्टेडियम में एकत्र हुए। दोपहर बाद यहां से निकली हजारों की भीड़ को शीला बाईपास पर रोकने के प्रयास हुए। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई दौर की बात हुई। प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़ गए कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां आएं या फिर उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डामौके पर आकर लिखित आश्वासन दें। करीब साढ़े चार बजे गेस्ट टीचर यहां से आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने उन्हे रोकने प्रयास किया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जवाब में भीड़ पत्थर बरसाने लगी। देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई। पुलिस आंसू गैस, लाठियों व पानी की बौछारों के साथ प्रदर्शनकारियों पर टूट पड़ी। फायरिंग भी कर दी। इस दौरान एक महिला गेस्ट टीचर की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गए। पुलिस व प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच करीब दो घंटे संघर्ष चला। पुलिसकर्मियों ने वाहनों के शीशे भी तोड़ डाले और लोगों को बाहर निकालकर धुना। महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया।दूसरी ओर, देर शाम को प्रेस कांफ्रेंस में उपायुक्त आरएस दून व एसपी आलोक मित्ताल ने कहा कि पुलिस की गोली से गेस्ट टीचर की मौत नहीं हुई है। प्रदर्शन के दौरान दूसरी तरफ से शरारती तत्वों ने फायरिंग की। मौके से 315 बोर के कई खोल भी मिले है। छर्रे पुलिस के जवानों को भी लगे है। उपायुक्त ने बताया कि उनके पैर में भी एक गोली लगी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लाठीचार्ज एवं हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। दो दर्जन लोगों को पथराव करने व संपत्तिको नुकसान पहुंचाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है।
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