नई दिल्ली : नेपाल में भारी बारिश के कारण कोसी नदी में आए उफान और बांध टूटने से उत्तर बिहार के मधेपुरा , सुपौल , अररिया और पूर्णिया ज़िलों समेत कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरुवार को बिहार के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। लेकिन अभी उनकी यात्रा का समय तय नहीं हुआ है। बाढ़ के कारण राज्य के करीब 30 लाख लोग प्रभावित हैं और 400 से अधिक गांव बुरी तरह डूब गए है। कोसी नदी का तटबंध टूटने और नदी की धारा बदलने से ऐसी बाढ़ राज्य में अभी तक नहीं आई थी। नौका दुर्घटना और अन्य घटनाओं में मधेपुरा में 25, सुपौल में 10, भागलपुर में 7, पश्चिम चंपारण के बगहा में 4, पूर्णिया और समस्तीपुर में तीन - तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
सुपौल से मिली रिपोर्ट के अनुसार पिछले सोमवार को कुसहा के निकट कोसी के बांध के टूटने से जिले के छातापुर , त्रिवेनीगंज , राघोपुर , प्रतापगंज , वंसतपुर , निर्मली , मरौना , सरायगढ़ और किशनपुर ब्लॉक के करीब 300 गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सेना के हेलिकॉप्टरों की सहायता से प्रभावित क्षेत्रों में फुड पैकेट्स और पॉलिथीन सीट्स तथा अन्य जरूरी सामग्रिया गिराई जा रही हैं। इसके अलावा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में नावें चलाई जा रही हैं।
सहरसा में सोनवर्षा , पतरघट , सौरबाज़ार के 25 पंचायतों की करीब 3 लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ के कारण पतरघट ब्लॉक का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। समस्तीपुर में नून और गंगा का जलस्तर बढ़ने से विद्यापति नगर , मोहिउद्दीन नगर , मोहनपुर और पटोरी ब्लॉक में 60 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट हैं।
बाढ़ पीड़ितों के मदद के लिए सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इस बीच कटिहार के कई ब्लॉक में पानी फैलने के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। भागलपुर ज़िले के नवगछिया में 16 गांव बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है। खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड व शहर के दाननगर सहित अन्य क्षेत्रों में भी बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है। उधर , मधेपुरा जेल के 545 कैदियों को सहरसा जेल भेज दिया गया है।
राज्य सरकार के मंत्री नीतीश मिश्र ने बताया कि राज्य सरकार ने ज़िले के बाढ़ प्रभावितों की सहायता के लिए 10 करोड़ 65 लाख रुपये की राशि आवंटित की है। बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए फारबिसगंज और नरपंत के बीच विशेष राहत ट्रेन चलाई जा रही है। यह ट्रेन फारबिसगंज से राहत साम्रगी लेकर नरपंत तक जा रही है और वापसी में यह ट्रेन पीड़ितों को लेकर नरपतगंज तक आ रही है।
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