नई दिल्ली [निर्मेश त्यागी ]। सिमी के मामले पर भाजपा ने केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि ट्रिब्यूनल के सामने गृह मंत्रालय ने तथ्य व सुबूतों को लेकर जो गंभीर लापरवाही बरती है, उसकी पूरी जांच कर दोषियों को सजा दी जाए। पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने इस पूरे मामले में गहरे षड्यंत्र की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार में कोई तो है जो सिमी की सहायता करने का प्रयास कर रहा है।प्रसाद ने कहा कि यह गंभीर चूक का मामला तो है ही, इससे भी बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि गृह मंत्रालय अब जो तथ्य उच्चतम न्यायालय के सामने पेश कर रहा है, वे अब तक कहां थे? क्या सरकार ने जान-बूझ कर उन्हें ट्रिब्यूनल के सामने पेश नहीं किया? इस बारे में असलियत जानने का देश को हक है और सरकार को तत्काल इस बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मामला इसलिए भी गंभीर हो जाता है, क्योंकि सरकार के दो मंत्री व एक सहयोगी दल के मुखिया ने सिमी पर से प्रतिबंध हटाने का न सिर्फ स्वागत किया था, बल्कि कहा था कि सिमी के लोगों को परेशान किया जा रहा है।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की तुष्टिकरण की नीति के चलते देश के सामने नए खतरे बढ़ गए हैं। उन्होंने सिमी का समर्थन करने वाले राजद नेता लालू यादव, लोजपा नेता रामविलास पासवान व सपा नेता मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की।
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