rashtrya ujala

Thursday, August 28, 2008

सावधान.. छिपाकर रखें क्रेडिट कार्ड

मुंबई.card क्या आपने वीकएंड की खरीदी और रेस्टोरेंट में किए जाने वाले डिनर के भुगतान के लिए नकद का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है? क्या आप हर बिल के भुगतान में क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं? इन प्रश्नों का उत्तर यदि हां है तो सावधान हो जाएं । विक्रेता जो आपका कार्ड स्वाइप करता है, वह उसका क्लोन कार्ड बना सकता है।

कैसे बनता है क्लोन: मूल कार्ड का क्लोन स्किमर नामक उपकरण में कार्ड को स्वाइप करके बनाया जाता है। इसके जरिए कार्ड के मैग्नेटिक टेप में संग्रहीत सभी जानकारियां निकाली जा सकती हैं।कुछ ऐसी ही घटना मुंबई में रोहन और सरिता जोशी के साथ घटी। सरिता को एक दिन सिटी बैंक से एक एसएमएस मिला। इस एसएमएस में उनसे पूछा गया था कि क्या उन्होंने एक दिन पहले दिल्ली में सिटी बैंक के क्रेडिट कार्ड से 2.82 लाख रुपए का कोई बड़ा लेनदेन किया है?सरिता ने पिछली बार अपने कार्ड का इस्तेमाल एक माह से भी अधिक समय पहले तब किया था, जब वे विदेश जा रही थीं। यह कार्ड उनके पति के क्रेडिट कार्ड का एड-ऑन कार्ड था। बाद में कॉल सेंटर की अटेंडेंट ने उन्हें उनके कार्ड के पांच बड़े लेन-देन की जानकारी भी दी।इस जानकारी से सरिता सकते में आ र्गई। उन्होंने इन लेन-देन को नकारते हुए कार्ड को तुरंत ब्लॉक करने को कहा। उन्हें बताया गया कि दिल्ली के बाहरी इलाकों में स्थित तीन विक्रेताओं ने आठ बार 29 हजार से 41 हजार रुपए के बीच लेनदेन किया था।सरिता और उनके पति को न सिर्फ पुलिस स्टेशन के कई चक्कर लगाने पड़े, बल्कि बैंक में अधिकारियों के फोन भी झेलने पड़े। यहां तक कि सरिता ने सिटीग्रुप के भारत में सीईओ संजय नायर को ई-मेल भी भेजा। बैंक की जांच में 2.82 लाख रुपए के लेनदेन की धोखाधड़ी सामने आई। बैंक ने सरिता को बताया कि धोखे से उनके कार्ड की जानकारी चुराई गई थी। हालांकि बाद में बैंक ने उन्हें देनदारी से मुक्त कर दिया।

क्या है स्किमिंग: कार्ड का क्लोन बनाए जाने की प्रक्रिया को स्किमिंग कहा जाता है। क्रेडिट कार्ड को स्किमर नामक डिवाइस में स्वाइप कर जालसाज मैग्नेटिक पट्टी में स्टोर सभी जानकारियां चुरा लेता है। इससे जाली कार्ड तैयार कर लिया जाता है। क्लोन कार्ड को पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- समीर नेमवारकर, वाइस प्रेसीडेंट, हेड ऑफ कार्डस, एक्सिस बैंक

॥ताकि धोखा न हो

>> कार्ड को कभी अपनी नजरों से दूर न होने दें।
>> सुनिश्चित करें कि विक्रेता आपके कार्ड को बैंक की मशीन पर ही स्वाइप कर रहा है, स्किमर पर नहीं।
>> कभी भी पुरानी रिसीट्स और बैंक स्टेटमेंट को सार्वजनिक जगहों पर न फेंकें।
>> अगर इन्हें फेंकना ही हो तो पहले कार्ड नंबर या खाता नंबर की जानकारी नष्ट कर देना चाहिए।

No comments: