मुंबई. शम्मी कपूर और (स्व.) गीता बाली के पुत्र आदित्य राज कपूर 52 साल की उम्र में बतौर एक्टर फिल्मों में उतरे हैं। वह ‘बॉबी’, ‘धरम करम’ और ‘सत्यम् शिवम् सुंदरम्’ के निर्माण के दौरान अपने ताऊ राज कपूर के असिस्टेंट रहे थे और स्वतंत्र निर्देशन के रूप में भी उन्होंने तीन अंग्रेजी फिल्में- ‘शमाल’, ‘संभर सालसा’ और ‘डोंट स्टॉप ड्रीमिंग’ की हैं, लेकिन पहले उन्होंने कभी एक्टिंग नहीं की थी।बतौर एक्टर उनकी पहली फिल्म ‘दीवनगी ने हद कर दी’ का मुहरूत कल मुंबई के निकट मड आईलैंड स्थित ‘बज स्टूडियो’ में संपन्न हुआ, जिसका मुहूर्त क्लैप बोनी कपूर ने दिया। जितेन पुरोहित द्वारा निर्देशित की जा रही, ‘अशीमा क्रिएशंस’ की इस फिल्म की प्रमुख भूमिकाओं में आदित्य के अलावा न्यूयॉर्क के दीप और अश्मिता भी न्यूकमर्स हैं। आदित्य इसमें मुख्य खलनायक की भूमिका निभा रहे हैं।वह कहते हैं- ‘हीरोगीरी, कॉमेडी, एक्शन, डांस वगैरह तो अब हीरो करने लगे हैं। मुझे लगा कि इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में विलेन की जगह खाली है, जिसे अपने कैरेक्टर्स में तरह-तरह के प्रयोग करने का स्कोप भी है। इसलिए मैं विलेन बनकर एक्टिंग में उतरा हूं।’ 52 साल की उम्र में एक्टिंग शुरू करने के बारे में आदित्य ने कहा- ‘मेरे खानदान में सब एक्टर्स थे, इसलिए मैंने सोचा कि मैं कुछ हटकर करूं। मैंने 5 साल तक अंकल राज कपूर का असिस्टेंट रहा, फिर छोटे-बड़े कई बिजनेस किए, दुबई में पहले हिंदी टीवी चैनल का 10 साल तक सीईओ रहा और 5 साल तक दिल्ली में बिÊानेस सलाहकार भी। इस दौरान दुबई वाले चैनल के लिए मैंने 200 प्रोग्राम और 3 अंग्रेजी फिल्में भी बनाईं।पर कहते हैं न, ख़ून कभी न कभी अपना रंग जरूर दिखाता है। मेरे अंदर मेरे मम्मी-डैडी के ख़ून ने जोर मारा और मैं भी कैमरे के सामने बतौर एक्टर आ खड़ा हुआ हूं। अब मैं नियमित रूप से फिल्मों में एक्टिंग करूंगा, लेकिन डायरेक्शन भी जारी रखूंगा। जल्दी ही मैं एक हिंदी फिल्म का डायरेक्शन शुरू करने वाला हूं।’
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