कुख्यात डकैत अम्बिका पटेल उर्फ ठोकिया उर्फ डॉक्टर को उत्तरप्रदेश की एसटीएफ टीम ने सोमवार तड़के एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया। ठोकिया पर उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश में 60 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। उत्तरप्रदेश प्रदेश सरकार ने उस पर पाँच लाख रुपए तथा मध्यप्रदेश सरकार ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस महानिदेशक विक्रमसिंह ने कहा कि ठोकिया का डीएनए कराकर उसकी शिनाख्त कराएँगे। प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) कुँवर फतेह बहादुर एवं पुलिस महानिदेशक सिंह ने बताया कि एसटीएफ टीम ठोकिया गिरोह के सफाए के लिए पिछले काफी दिनों से लगी हुई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि ठोकिया थाना कोतवाली कर्वी जनपद चित्रकूट में अपने 20 साथियों के साथ कोई गंभीर अपराध करने वाला है, इस सूचना पर एसटीएफ ने अपनी 24 पुलिसकर्मियों टीम के साथ कल रात में कॉंम्बिंग प्रारम्भ की। सटीक सूचना मिलने पर एसटीएफ ने सिलखोरी जंगल की घेराबंदी की और रात 2.30 बजे बदमाशों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें ठोकिया मारा गया। घटना स्थल से रूस निर्मित एक एके सिरीज राइफल, एक डीबीबीएल गन, दो एसबीबीएल गन एवं भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद हुए। उल्लेखनीय है कि 22 जुलाई 2007 को पुलिस मुठभेड़ कर लौट रहे एसटीएफ के जवानों पर घात लगाकर ठोकिया गिरोह ने साथ अंधाधुंध फायरिंग कर 6 कमांडो की हत्या कर दी थी। हमले में एसटीएफ के 10 जवान घायल भी हुए थे। एसटीएफ की ठोकिया गिरोह के साथ 16 अगस्त 2006 को इलाहाबाद के थाना कर्नलगंज क्षेत्र में मुठभेड़ हुई, जिसमें इस गिरोह का 20 हजार का इनामी डकैत राजकरण उर्फ भउवा पटेल मारा गया था। ठोकिया उर्फ अम्बिका उर्फ डॉक्टर उर्फ लोटवा का जन्म 1972 में ग्राम लोखरिया पुरवा, थाना कर्वी जनपद चित्रकूट में हुआ था। वह अपने माँ-बाप की पहली संतान था। इंटरमीडिएट तक शिक्षित ठोकिया बचपन में ही बुरी संगत में पडने के कारण गाँव में ही छोटे-छोटे अपराध करने लगा। इसी दौरान उसने संता खैरवार गैंग के साथ मिलकर पहली बार उसने अपने ही गाँव के राजेश का अपहरण फिरौती हेतु किया। मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा संता खैरवार को मार गिराए जाने के बाद इसने अपना अलग गैंग बना लिया तथा चित्रकूट, बाँदा व मध्यप्रदेश के रींवा, सतना में अपराध करने लगा। | |
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