rashtrya ujala

Thursday, August 7, 2008

पंजाबी फ़िल्म में नज़र आएँगी प्रीति ज़िंटा

थिएटरों तक अपनी फ़िल्म पहले ले जाने की दौड़ में रजनीकांत शाहरुख़ खान से जीत गए हैं. अब आशंका जताई जा रही है कि रजनीकांत की तमिल फ़िल्म कुसेलन को डब किया जाएगा और उसे कुलेसन की ही हिंदी संस्करण बिल्लू बारबर से पहले रिलीज़ कर दिया जाएगा.
कुसेलन एक हिट मलयालम फ़िल्म का तमिल संस्करण है. ये एक सुपरस्टार और उसके गाँव के नाई की कहानी है. लेकिन हिंदी वर्ज़न बनाने वाले प्रियदर्शन इससे चिंतित नहीं हैं.वे कहते हैं, "हमने बिल्लू बारबर पहले ही ख़त्म कर ली थी. लेकिन शाहरुख़ आईपीएल में व्यस्त हो गए. हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता."प्रियदर्शन कहते हैं कि मूल मलयालम फ़िल्म कुसेलन और बिल्लू बारबर दोनों से अलग थी. मलयालम फ़िल्म की कहानी प्रियदर्शन के सहायक श्रीनिवासन ने लिखी थी.प्रियदर्शन के मुताबिक, "श्रीनिवासन ने मुझसे बातचीत के बाद तमिल फ़िल्म के अधिकार किसी और को दे दिए. वे लोग रजनीकांत के साथ फ़िल्म बनाना चाहते थे. इसलिए हम मान गए. लेकिन अनुबंध में लिखा गया है कि कुसेलन को किसी और भाषा में डब नहीं किया जा सकता. इसी तरह मेरी फ़िल्म को निर्माता शाहरुख़ खान हिंदी के अलावा दूसरी भाषा में नहीं डब कर सकते."

पंजाबी फ़िल्म में प्रीति

प्रीति ने पंजाबी फ़िल्म में काम किया है

दीपा मेहता की फ़िल्म 'हेवन ऑन अर्थ' टोरंटो फ़िल्म फ़ेस्टिवल में छह सितंबर को प्रतिष्ठित एल्गिन थिएटर में दिखाई जाएगी.दीपा बताती हैं, "टोरंटो फ़िल्म फ़ेस्टिवल में सीरियस सिनेमा के लिए ये बड़ा ही प्रतिष्ठित थिएटर है. पिछले साल 'नो कंट्री फ़ॉर ओल्ड मेन' का भी यहीं प्रीमियर हुआ था. मुझे गर्व है कि इस साल मेरी फ़िल्म विशेष सेक्शन के तहत यहाँ दिखाई जाएगी."दीपा मेहता का कहना है कि फ़िल्म की अभिनेत्री प्रीति ज़िंटा अन्फ़ॉरगेटबल टूर के बाद स्क्रिनिंग के लिए टोरंटो जाएँगी और वहीं पर डबिंग करेंगी.ये पंजाबी फ़िल्म है और वितरक रवि चोपड़ा के कहने पर इसे हिंदी में भी डब किया जाएगा.हालांकि दीपा कहती हैं कि हिंदी संस्करण की कम जगह ही स्क्रिनिंग की जाएगी.दीपा ने बताया, "अब ऐसे लोगों की तलाश है जो पंजाबी चरित्रों की ठीक से डबिंग कर सकें. प्रीति को छोड़कर फ़िल्म के सारे कलाकार टोरंटो से हैं, वे या तो अंग्रेज़ी बोल सकते हैं या पंजाबी."फ़िल्म की हिंदी डबिंग का कामकाज देखने के लिए दीपा अगले हफ़्ते मुंबई आने वाली हैं.

वज़न बढ़ाया रणवीर शोरी ने


रणवीर आने वाली फ़िल्म के लिए वज़न बढ़ा रहे हैं

रणवीर शोरी इन दिनों बेडौल से क्यों नज़र आ रहे हैं? दरअसल अगली और पगली में दुबले पतले लगने वाले रणवीर अपनी नई फ़िल्म के लिए इनदिनों आलू, चॉटलेट, चावल खा रहे हैं और ख़ूब बीयर पी रहे हैं.निर्देशक रजत कपूर ने फ़िल्म के लिए रणवीर को कम से कम 12 किलो वज़न बढ़ाने के लिए कहा है और वो भी जल्द. रजत कपूर ने रणवीर के फ़िल्मी करियर में काफ़ी मदद की है और वे उन्हें ना नहीं बोल सकते.जब रजत कपूर ने मिथ्या में रणवीर शोरी को दमदार रोल दिया था तो साथ में शर्त रखी कि अगली फ़िल्म के लिए उन्हें जल्द से जल्द वज़न बढ़ाना होगा.रणवीर कहते हैं, "ये तभी हुआ जब मैं अगली और पगली की शूटिंग कर रहा था जहाँ मुझे दुबला दिखना था. एक रोल के लिए मैं वज़न बढ़ा रहा था तो दूसरे के लिए मुझे दुबला दिखना था."रणवीर कहते हैं कि रजत कपूर के लिए वे लीक से हटकर कुछ भी कर सकते हैं. मणि रत्नम की फ़िल्म गुरु के लिए अभिषेक बच्चन ने भी वज़न बढ़ाया था.

उपेन की डबिंग समस्या


ये एक आदत सी बन गई है जिससे बाहर निकलना कठिन साबित हो रहा है. अब तक उपेन पटेल ने जिन फ़िल्मों में भी काम किया है, उनकी आवाज़ किसी डबिंग कलाकार ने डब की है.उन्होंने सोचा था कि 'मनी है तो हनी है' से चीज़ें बदलेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. निर्माता कुमार मंगत ने फ़िल्म 123 के बाद उपेन की आवाज़ एक बार फिर डब करवाई है.पूछने पर उपेन बताते हैं, "इस बात का जवाब निर्माता ही दे सकते हैं कि मेरी आवाज़ क्यों डब करवाई गई. मैं कोई मुद्दा खड़ा करना नहीं चाहता. इसके बजाय मैं अपने लॉस एंजेलेस दौरे की बात करना चाहूँगा जहाँ 10 अगस्त को मुझे आज़ादी दिवस की परेड के लिए बतौर ग्रैंड मार्शल बुलाया गया है."इस परेड में ग्रैंड मार्शल के रूप में हिस्सा लेने वाले उपेन पहले पुरुष बॉलीवुड सितारे हैं. उपेन कहते हैं कि इससे पहले बिपाशा बासु जैसी अभिनेत्रियों को बुलाया जा चुका है और वे बेहद ख़ुश हैं.इसके अलावा ख़ुशी का एक और कारण है मुंबई में पाली हिल पर वो घर जिसे उपेन बनवा रहे हैं. दिलचस्प बात ये है कि घर का डिज़ाइन इंटरनेट के ज़रिए दुबई के एक डिज़ाइनर एरिक मुथेज़ा बना रहे हैं.उपेन बताते हैं, "वे कभी मेरा घर देखने नहीं आए. मैने ईमेल पर उन्हें डिज़ाइन का ब्यौरा दिया और उन्होंने मुंबई में अपने सहायकों को बता दिया कि क्या करना है. सब कुछ बहुत ख़ूबसूरत बन पड़ा है."लगता है कि लॉंग-डिसटेंस रिश्ते उपेन की किस्मत में ही हैं. उनकी ब्राज़ीलियन गर्लफ़्रेंड कमिला इटली में रहती हैं और उनसे मिलने का कम ही मौका मिलता है.जब से दोनों का रिश्ता हुआ है, कमिला इटली में है और उपेन मुंबई में. अब भी उपेन लॉस एजेंलेस से लंदन के ज़रिए वापस आएँगे और अपने परिवार से मिलेंगे लेकिन इटली जाने की उनकी कोई योजना नहीं है.

सैफ़ के साथ काम करेंगे राहुल खन्ना



पिछले कई सालों से राहुल खन्ना मसाला या व्यावसायिक फ़िल्मों से दूर रहे हैं. अब वे सैफ़ अली खान के साथ काम करने वाले हैं.इम्तियाज़ अली की फ़िल्म में उनका ख़ास रोल है. अनुबंध के तहत राहुल ज़्यादा तो नहीं बता सकते लेकिन सैफ़-दीपिका की इस फ़िल्म में उनकी अहम भूमिका है.इस बारे में सैफ़ कहते हैं," हमें कोई ऐसा अभिनेता चाहिए था जिसमें गरिमा हो, क्लास हो, अच्छी शैक्षिक पृष्टभूमि हो. राहुल हमारी पहली पसंद थी. उन्होंने भी हाँ कह दी."राहुल का रोल कितना बड़ा होगा इस पर सैफ़ का कहना है, "राहुल का रोल फ़िल्म में अहम अहम है. अगर फ़िल्म को असरदार होना है तो राहुल को असरदार होना पड़ेगा."

दीप्ति नवल बनी निर्देशक



नंदिता दास के बाद अब अभिनेत्री दीप्ति नवल भी निर्देशक बनने की तैयारी में हैं. पेंटिंग, कविता, अभिनय में हाथ आज़मा चुकी दीप्ति 'दो पैसे की धूप चार आने की बारिश' नाम से फ़िल्म बनाएँगी.वैसे पहले वो माधुरी दीक्षित के साथ फ़िल्म बनाने वाली थीं। वे बताती हैं, "उस फ़िल्म की कहानी अलग थी लेकिन माधुरी यशराज की फ़िल्म आजा नचले में व्यस्त हो गईं. वे चाहती थीं कि मैं अमरीका जाकर शूटिंग करूँ. लेकिन स्क्रिप्ट की मांग थी कि शूटिंग हिमाचल में हो. सो फ़िलहाल के लिए उस फ़िल्म को एक तरफ़ रख दिया है."नई फ़िल्म 'दो पैसे की धूप चार आने की बारिश' के बारे में दीप्ति कहती हैं, "ये विचार तो दिमाग़ में था ही. निर्माताओं ने कहा कि मैं पूरी कहानी लिखूँ. स्क्रीनप्ले एक महीने में तैयार हो गया. ये तीन चरित्रों की कहानी है जिसमें एक छोटा बच्चा भी है."दीप्ती ने बताया, "पहले मैं मनीषा के बजाय किसी और अभिनेत्री को लेना चाहती थी. फ़िल्म की अभिनेत्री इतनी ख़ूबसूरत नहीं हो सकती थी. मैने सोचा सोनाली कुलकर्णी को लूँ लेकिन मनीषा को लेकर फ़िल्म बनाना भी एक चुनौती थी. फिर मनीषा मेरी दोस्त भी है. उसने सुनिश्चित किया है कि फ़िल्म में उसका सौंदर्य उभर कर न आए."


No comments: